Apr 15, 2007

Uday Prakash

Uday Prakash

उस भाषा का लेखक

एक भाषा हुआ करती है
जिसमें जितनी बार लिखना चाहता हूँ मैं
आंसू से मिलता जुलता कोई शब्द
हरबार बहने लगती है रक्त की धार

एक भाषा जिसमे लिखता हुआ हर ईमानदार कवि पागल हो जाता है
आत्मघात करती हैं प्रतिभाएं...